Computer Graphics in Hindi – कंप्यूटर ग्राफ़िक्स क्या है और इसके प्रकार
By Dilip Suthar
Hello दोस्तों! आज हम इस पोस्ट में What is Computer Graphics in Hindi (कंप्यूटर ग्राफ़िक्स क्या है?) के बारें में पढेंगे और इसके Types (प्रकार) को भी देखेंगे. इसे आप पूरा पढ़िए, आपको यह आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-
Computer Graphics in Hindi – कंप्यूटर ग्राफ़िक्स क्या है?
Computer Graphics (कंप्यूटर ग्राफ़िक्स) एक ऐसी कला है जिसमें इमेज (image), रेखा (line), तथा चार्ट (chart) आदि को कंप्यूटर में प्रोग्रामिंग के द्वारा बनाया जाता है.
आसान शब्दों में कहें तो, “कंप्यूटर स्क्रीन पर चित्रों को draw करना ही computer graphics कहलाता है.”
कंप्यूटर की मदद से pictures को create करना computer graphics कहलाता है. इसमें two या three dimensional pictures को create किया जाता है. इसमें pictures को create, modify, और store करने के लिए बहुत सारीं सॉफ्टवेयर तकनीकों का प्रयोग किया जाता है.
Computer Graphics की मदद से हम कंप्यूटर स्क्रीन में किसी भी size की image को display कर सकते हैं. Graphics को कंप्यूटर में बहुत सारीं algorithms और techniques का प्रयोग करके प्रस्तुत करते हैं.
आजकल हर जगह computer graphics का उपयोग किया जाता है जैसे कि – user interface में, T.V. में, motion pictures में, और mobile games में आदि.
computer graphics बहुत सारें pixels से बना होता है. pixel कंप्यूटर स्क्रीन पर दिखाई देने वाली ग्राफ़िक्स की सबसे छोटी इकाई होती है.
कंप्यूटर ग्राफ़िक्स शब्द का प्रयोग सबसे पहले Verne Hudson तथा William fetter ने 1960 में किया था.
जब हम किसी कागज में कोई चित्र draw करते है तो हम उसमें पेंसिल, कलर, तथा eraser का प्रयोग करते हैं. कागज में चित्र बनाने वक्त अगर कुछ गलत हो जाता है तो हम उसे रबड़ से मिटाते है तो उसमें दाग धब्बे या काला हो जाता है तथा अगर रंग गलत लग गया तो हमें दुबारा दूसरे कागज में चित्र बनाना पड़ता है जो कि एक मुश्किल और मेहनत भरा काम है.
इसी परेशानी से बचने के लिए तथा आसानी से कोई चित्र बनाने के लिए हम computer graphics का प्रयोग करते हैं. जिसके द्वारा हम कोई भी चित्र draw कर सकते हैं. उसमें कोई भी बदलाव जैसे rotate करना, कलर swap करना, पिक्चर को शिफ्ट करना आदि बहुत सारें कार्य कर सकते हैं.
कंप्यूटर ग्राफ़िक्स का प्रयोग पेंटिंग करने, डेस्कटॉप पब्लिशिंग में, बिल्डिंग आर्किटेक्चर बनाने के लिए AutoCAD में, गेम बनाने में, मूवी बनाने में, विज्ञानं में मौसम का पूर्वानुमान लगाने आदि में किया जाता है.
Types of Computer Graphics in Hindi – कंप्यूटर ग्राफ़िक्स के प्रकार
कंप्यूटर ग्राफ़िक्स दो प्रकार का होता है जो कि निम्नलिखित है.
- Interactive Computer Graphics
- Non-Interactive Computer Graphics
Interactive Computer Graphics in Hindi
Interactive computer graphics वह ग्राफ़िक्स होता है जिसमें user का picture पर control (नियंत्रण) होता है अर्थात् यूजर image में किसी भी प्रकार का बदलाव कर सकता है.
इसमें यूजर तथा कंप्यूटर के मध्य two-way communication होता है. आजकल सभी वर्क स्टेशन तथा कंप्यूटर सिस्टम interactive कंप्यूटर ग्राफ़िक्स का प्रयोग करते हैं.
इसका उदाहरण:–
- Touch screen में image draw करना
- video games में graphics
- किसी movie में animation
interactive computer graphics में इनपुट डिवाइस के द्वारा user कंप्यूटर को request करते हैं और कंप्यूटर इनपुट डिवाइस द्वारा भेजी गयी request के अनुसार पिक्चर या इमेज को बदलता है. User इनपुट डिवाइस के द्वारा कितनी भी कमांड्स दे सकता है और कंप्यूटर उन कमांड्स के अनुसार pictures को generate करता है.
Non Interactive Computer Graphics in Hindi
Non interactive कंप्यूटर ग्राफ़िक्स को passive computer graphics भी कहते है.
passive कंप्यूटर ग्राफ़िक्स वह ग्राफ़िक्स होता है जिसमें कंप्यूटर पर दिखाई देने वाली picture या image पर user का किसी भी प्रकार का control (नियन्त्रण) नहीं होता है अर्थात इसमें यूजर pictures के साथ interact नही कर सकता है और pictures में किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं कर सकता.
User केवल कंप्यूटर पर इमेज को देख सकता है उसमें कोई बदलाव नहीं कर सकता है.
इसमें user तथा कंप्यूटर के मध्य केवल one way communication होता है.
इसका example –
- Screen savers
- वेबसाइट या किसी app में प्रयोग की जाने वाले static image
- TV में दिखाए जाने वाले show
Interactive और Non-interactive Computer Graphics के बीच अंतर
इनके मध्य अंतर निम्नलिखित हैं:-
Interactive | Non-interactive |
इसमें user interaction की आवश्यकता होती है. | इसमें user interaction की जरूरत नहीं होती है. |
इसमें यूजर का image पर पूरा control होता है. | User का image पर कोई नियन्त्रण नहीं होता. |
इसमें two way communication होता है. | इसमें one way कम्युनिकेशन होता है. |
इसे इस तरह से program किया जाता है कि यूजर ग्राफ़िक को control कर सकता है. | इसे पूरी तरह से program के द्वारा control किया जाता है. |
example – Video games, और movies में graphics | example – TV में दिखाए जाने वाले Title, और screen savers आदि. |
Applications of Computer Graphics in Hindi – कंप्यूटर ग्राफ़िक्स के अनुप्रयोग
इसका प्रयोग बहुत सारें स्थानों पर किया जाता है जो कि नीचे दिए गये हैं:-
- Computer Art में –
कंप्यूटर ग्राफ़िक्स का प्रयोग करके हम बहुत बढ़िया art का निर्माण कर सकते हैं. इसके द्वारा हम cartoon, logo design और painting को create कर सकते हैं. - Education में –
computer-generated models का प्रयोग teaching में करना बहुत फायदेमंद होता है. इससे किसी भी subject के concept को समझाना बहुत ही आसान हो जाता है. Graphics की मदद से student आसानी से सीखते है और उनमें subject के प्रति interest बढ़ता है. - Video Game में –
विडियो गेम जो है वह electronic game होता है जिसमें कुछ चित्र यूजर को स्क्रीन पर दिखते है जिनसे वह interact करता है. ये सभी विडियो गेम्स graphics की सहयता से बनाये जाते है. - Architecture में –
इसका प्रयोग buildings के चित्र को create करने के लिए आर्किटेक्ट के द्वारा किया जाता है. - Entertainment में –
आजकल इसका प्रयोग मनोरंजन के क्षेत्र में सबसे ज्यादा किया जाता है जैसे कि – movies बनाने में, टेलीविज़न के show में, motion pictures में और music videos में आदि. - Training में –
इसका प्रयोग training में किया जाता है जिससे कि employees कम समय में अच्छे ढंग से train हो पायें. इसके लिए कंप्यूटर ग्राफ़िक्स की मदद से training modules का निर्माण किया जाता है. - Machine Drawing में –
मशीन के बहुत से parts को design करने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है. - Graphical user interface में –
user interface को बनाने के लिए कंप्यूटर ग्राफ़िक्स का उपयोग किया जाता है. इसमें pictures, icons, pop-up menus आदि बनाये जाते है.
इसे पूरा पढ़ें:– Applications of computer graphics in Hindi
Advantages of Computer Graphics in Hindi – कंप्यूटर ग्राफ़िक्स के फायदे
इसके लाभ निम्नलिखित हैं:-
- इससे हमें computer पर High quality की images मिलती है.
- यह tools प्रदान करता है जिससे हम real world objects को create कर सकते हैं. इन tools के द्वारा हम 2D, 3D और यहाँ तक कि 4D images को भी create कर सकते हैं.
- computer graphics के पास moving pictures को show करने की क्षमता होती है. इसलिए इसके द्वारा हम animation को create कर सकते हैं.
- कंप्यूटर ग्राफ़िक्स के द्वारा यूजर animation की speed और image के एक part के view को भी control कर सकता है.
- इसके पास update dynamics की facility (सुविधा) भी होती है जिसके द्वारा picture के shape (आकार) और color (रंग) और दूसरी properties को बदला जा सकता है.
- इसमें किसी image को design करने की cost (कीमत) भी कम होती है.
Disadvantages of Computer Graphics in Hindi – कंप्यूटर ग्राफ़िक्स के नुकसान
इसकी हानियाँ निम्नलिखित हैं:-
- इसका सबसे बड़ा नुकसान यह है कि computer graphics को create करना आसान नहीं होता.
- इसे प्रयोग करने से पहले training की आवश्यकता होती है. इसमें skills की जरूरत होती है.
- कंप्यूटर पर आधारित ग्राफ़िक्स सॉफ्टवेयर को लगातार update करना पड़ता है जिसमें बहुत सारें पैसे लगते हैं.
- इसमें images या pictures को design करने में बहुत time और मेहनत लगती है.
References:- https://www.javatpoint.com/computer-graphics-tutorial
निवेदन:- आपको Computer Graphics in Hindi की यह पोस्ट कैसी लगी हमें कमेंट के द्वारा बताइए तथा इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ share करें. मैं आपको questions को इस site पर publish करूंगा इसलिए अपने सवाल अवश्य पूछिए. धन्यवाद. जय हिन्द
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