Client Side Scripting in Hindi – क्लाइंट साइड स्क्रिप्टिंग क्या है?
हेल्लो दोस्तों! आज हम इस आर्टिकल में (Client side Scripting in Hindi – क्लाइंट साइड स्क्रिप्टिंग क्या है?) के बारें में पढेंगे. इसे बहुत ही आसान भाषा में लिखा गया है. इसे आप पूरा पढ़िए, यह आपको आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-
Client Side Scripting in Hindi – क्लाइंट साइड स्क्रिप्टिंग क्या है?
- क्लाइंट साइड स्क्रिप्टिंग एक ऎसी प्रक्रिया है जिसमें client की डिवाइस के ब्राउज़र के अंदर script (जैसे कि – जावास्क्रिप्ट) को run किया जाता है.
- दूसरे शब्दों में कहें तो, “client side scripting एक ऐसी प्रकिया है जिसमें जावास्क्रिप्ट को client की device के अंदर run किया जाता है.”
- इसमें सर्वर से connect हुए बिना scripts को ब्राउज़र के द्वारा को run किया जाता है.
- क्लाइंट साइड स्क्रिप्टिंग में सबसे ज्यादा javascript और jQuery भाषाओँ का इस्तेमाल किया जाता है.
- इसमें ब्राउज़र लोकल कंप्यूटर में कोड को डाउनलोड करता है और सर्वर के बिना इस कोड को प्रोसेस करता है जिसके कारण क्लाइंट साइड स्क्रिप्टिंग ब्राउज़र पर निर्भर हो जाती है।
- क्लाइंट साइड स्क्रिप्टिंग का उपयोग मुख्य रूप से डायनामिक यूजर इंटरफ़ेस के elements के लिए किया जाता है। इसमें पुल-डाउन मेनू, नेविगेशन टूल, एनीमेशन बटन जैसे कई elements शामिल होते है।
- जावास्क्रिप्ट एक महत्वपूर्ण क्लाइंट साइड स्क्रिप्टिंग भाषा है जिसका उपयोग डायनामिक वेबसाइट बनाने के लिए किया जाता है।
- जावास्क्रिप्ट के द्वारा लिखे जाने वाले सभी प्रकार के स्क्रिप्ट क्लाइंट साइड पर run करती है। इसमें जो स्क्रिप्ट होता है उसे HTML में जोड़ा जा सकता है या किसी external file में स्टोर किया जा सकता है।
- क्लाइंट साइड स्क्रिप्टिंग का उपयोग cookies बनाने के लिए भी किया जाता है जो यूजर के कंप्यूटर पर डेटा को स्टोर करता है।
- आज के समय में यह स्क्रिप्टिंग काफी तेजी से develop (विकसित) हो रही है क्योकि इसे लिखना काफी आसान है।
- jQuery भी एक क्लाइंट साइड स्क्रिप्टिंग भाषा है जिसका उपयोग डायनामिक और responsive वेब पेज बनाने के लिए किया जाता है।
Types of Client Side Scripting Language in Hindi – क्लाइंट साइड स्क्रिप्टिंग भाषा के प्रकार
इसके निम्न प्रकार होते है :-
1- HTML
HTML का पूरा नाम Hyper Text Markup Language (हाइपर टेक्स्ट मार्कअप लैंग्वेज) होता है। यह एक मार्कअप भाषा है जिसका इस्तेमाल वेब पेज को बनाने के लिए किया जाता है.
इसके अलावा इसका इस्तेमाल वेब एप्लीकेशन बनाने के लिए भी किया जाता है. यह एक सरल भाषा है, जिसे सिखना और समझना आसान होता है। इस भाषा मेंबहुत सारें tags होते हैं जिनका उपयोग करके हम अपने वेब पेज को आसानी से create कर सकते हैं.
2- CSS
CSS का पूरा नाम (Cascading Style Sheet) है। यह एक स्क्रिप्टिंग भाषा है जिसका उपयोग HTML में लिखे गये पेज को style करने के लिए किया जाता है.
यह भाषा HTML को extra feature प्रदान करती है। यह भाषा user interface को change करने में मदद करती है।
HTML और javascript जैसी भाषाए CSS का उपयोग वेब एप्लीकेशन और मोबाइल एप्लीकेशन बनाने के लिए करती है।
3- Javascript
JavaScript एक प्रोग्रामिंग भाषा है जिसका उपयोग वेब एप्लीकेशन और वेबसाइट को develop (विकसित) करने के लिए किया जाता है।
यह एक स्क्रिप्टिंग भाषा भी है जिसका उपयोग करके हम एक web page में dynamic features को डाल सकते हैं। इस भाषा की मदद से यूज़र web page के साथ interact करता है। इस भाषा का इस्तेमाल HTML और CSS के साथ किया जाता है।
4- jQuery
jQuery एक जावास्क्रिप्ट लाइब्रेरी होती है जिसकी स्पीड बहुत ही तेज होती है और इसका size बहुत छोटा होता है. यह एक क्लाइंट साइड स्क्रिप्टिंग भाषा भी है जिसका निर्माण John Resig ने 2006 में किया था.
इसमें डेवलपर को वेबसाइट बनाने के लिए बहुत ज्यादा कोड लिखने की ज़रूरत नहीं पड़ती। इस लाइब्रेरी का इस्तेमाल किसी भी ऑपरेटिंग सिस्टम और डिवाइस में किया जा सकता है.
इस भाषा का मुख्य उदेस्य जावास्क्रिप्ट कोड को आसान बनाने का होता है जिसके कारण वेबसाइट को (attractive) आकर्षक और interactive बनाया जा सके.
5- VBScript
यह एक स्क्रिप्टिंग भाषा है जिसे माइक्रोसॉफ्ट के द्वारा विकसित किया गया है। इस भाषा को visual basic के आधार पर develop किया गया है।
इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से इंटरनेट एक्सप्लोरर में वेब पेजों की सुविधाओं को बढ़ाने के लिए किया जाता है।
Application of Client Side Scripting in Hindi – क्लाइंट साइड स्क्रिप्टिंग के अनुप्रयोग
1- क्लाइंट साइड स्क्रिप्टिंग का उपयोग वेब ब्राउज़र से डेटा को retrieve करने के लिए किया जाता है।
2- इसका इस्तेमाल ऑनलाइन games को बनाने में किया जाता है।
3- क्लाइंट साइड स्क्रिप्टिंग किस वेब पेज को reload किये बिना वेब पेज को customize करने में मदद करती है।
4- इसका इस्तेमाल ग्राफ़िक्स को डिस्प्ले करने के लिए किया जाता है।
5- इसका इस्तेमाल banners और graphics को बनाने के लिए भी किया जाता है।
6- इसके द्वारा हम एनीमेशन भी बना सकते है।
7- इसका इस्तेमाल इनस्टॉल किये गए plugin का पता लगाने के लिए किया जाता है।
Advantage of Client side Scripting in Hindi – क्लाइंट साइड स्क्रिप्टिंग के फायदे
1- क्लाइंट साइड स्क्रिप्टिंग भाषा को सिखना और समझना आसान होता है।
2- यह भाषा काफी हल्की है और इसे अप्लाई करना काफी आसान होता है।
3- इसमें कोड को एडिट करने में कम समय का वक़्त लगता है।
4- इस भाषा की execution प्रक्रिया काफी तेज होती है। इसमें सर्वर से स्क्रिप्ट डाउनलोड हो जाने के बाद, इसके कोड को ब्राउज़र के द्वारा यूजर के कंप्यूटर पर execute कर दिया जाता है।
5- क्लाइंट साइड स्क्रिप्टिंग जटील (complex) कार्यो को आसानी से कर लेती है।
6- इसमें कोड को execute करने के लिए किसी सर्वर की आवश्यकता नहीं पड़ती।
7- इसमें कोड को execute होने में कम समय का वक़्त लगता है।
8- इस भाषा में यूजर को तुरंत response मिलता है।
Disadvantage of Client side Scripting in Hindi – क्लाइंट साइड स्क्रिप्टिंग के नुकसान
1- क्लाइंट साइड स्क्रिप्टिंग का सबसे बड़ा नुकसान यह है की इसके कोड को कोई भी देख सकता है जिसके कारण यह secure (सुरक्षित) नहीं है।
2- इसमें इंटरनेट पर संवेदनशील डेटा (sensitive data) को ट्रांसफर करना मुश्किल होता है।
3- क्लाइंट साइड स्क्रिप्टिंग यूजर के ब्राउज़र पर निर्भर होती है। यदि किसी कारण ब्राउज़र में खराबी आती है तो इसका प्रभाव इसमें पड़ेगा।
4- इसमें debugging करना मुश्किल होता है।
5- इसे मेन्टेन करके रखना काफी मुश्किल है।
6- इसमें सर्वर साइड स्क्रिप्टिंग भाषा की तुलना में कम फंक्शन होते है।
Client Side Scripting और Server Side Scripting में अंतर
Client Side Scripting | Server Side Scripting |
इसका सोर्स कोड यूजर को दिखाई देता है। | इसका सोर्स कोड यूजर को नहीं दिखाई देता। |
इसका मुख्य कार्य end user को रिक्वेस्ट आउटपुट प्रदान करना होता है। | इसका मुख्य कार्य डेटाबेस में manuplate करना। |
यह यूजर के ब्राउज़र पर निर्भर होता है। | यह यूजर पर निर्भर होता है। |
यह यूजर के कंप्यूटर पर चलता है। | यह वेब सर्वर पर चलता है। |
यह डेटा को सुरक्षा प्रदान नहीं करता है। | यह डेटा को सुरक्षा प्रदान करता है। |
इसमें HTML, CSS और जावास्क्रिप्ट का उपयोग किया जाता है। | इसमें PHP, Python, Java, Ruby का उपयोग किया जाता है। |
इसमें सर्वर के साथ इंटरैक्ट करने की ज़रूरत नहीं पड़ती। | इसमें सर्वर के साथ इंटरैक्ट करने की ज़रूरत पड़ती है। |
यह सर्वर की प्रोसेसिंग यूनिट पर लोड को कम करता है। | यह सर्वर पर प्रोसेसिंग लोड को बढ़ाता है। |
Exam में पूछे जाने वाले प्रश्न
यह एक ऎसी प्रक्रिया है जिसमें client की डिवाइस के ब्राउज़र के अंदर script (जैसे कि – जावास्क्रिप्ट) को run किया जाता है.
इसमें बहुत प्रकार की भाषाओ का इस्तेमाल किया जाता है :- HTML , CSS , Javascript , jQuery और VBScript .
निवेदन:- अगर आपके लिए (Client Side Scripting in Hindi – क्लाइंट साइड स्क्रिप्टिंग क्या है?) का यह पोस्ट उपयोगी रहा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ अवश्य share कीजिये. और आपके जो भी questions हो उन्हें नीचे comment करके बताइए. धन्यवाद.
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